“Book Descriptions: सर्वेश लोक अस्मिता के लेखक हैं। भारत और भारतीयता की उंगली थामे ये एक ऐसे साहित्यकार हैं जो इस कर्तव्यबोध के साथ लिखते हैं कि, लोक की पीड़ा पर षड्यन्त्रकारी चुप्पी के कालखण्ड में, बोलना ही धर्म है। वे विवादग्रस्त होने के भय से सत्य का उद्घाटन करना नहीं छोड़ते। जैसे उनका संकल्प हो कि वे धर्म के मार्ग को आलोकित करते रहने के लिए, हर वांछनीय अवांछनीय हस्तक्षेप करते रहेंगे। सर्वेश का पहला उपन्यास 'परत' बेस्टसेलर रहा है।” DRIVE