मोहम्मद - अल्लाह के आखिरी पैगम्बर मोहम्मद पर आधारित [Muhammad - Based on Allah's last messenger]
(By Syed Waseem Rizvi) Read EbookSize | 22 MB (22,081 KB) |
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Author | Syed Waseem Rizvi |
दुनिया भर में पिछले 25 सालों में हजारों मुस्लिम आतंकवादी हमले हो चकुे हैं, इन हमलों में लाखों निर्दोष गैर-मसुलमानों और मसुलमानों की जान ली गई है। मनुष्यो का कत्लेआम करने वाले कोई जंगली जानवर या राक्षस नहीं थे बल्कि इन्हे मुस्लमान धर्म के मानने वाले जाहिल, जालिम इंसान रूपी जानवरों के नाम से जाना जाता है, जिन्होंने इस तरह के नरसंहार किये।
मुस्लिम आतंकवाद एक जटिल समस्या है जिसका समाधान सिर्फ और सिर्फ इनके घिनौने और डरावने जालिमाना विचारों को बदल कर और इंसानियाय का पाठ पढ़ा कर ही किया जा सकता है। और इसके लिए इन्हें अल्लाह, रसूल और कुरान-ए-मजीद से दूर करना होगा, छोटे मुसलमान बच्चों को मदरसों की शिक्षा से दूर करना होगा, कुरान में दी गई शिक्षा के कारण मुसलमान अपनी सफलता को आतंकवाद के हथियार से नापता है।
मसुलमानों और गरै-मसुलमानों दोनों के लिए मोहम्मद के चरित्र को समझना बहुत जरूरी है इसी उद्देश्य से यह पुष्तक लिखी गई है ताकि गलत सही का फैसला मुसलमान और गैर-मसुलमान खदु करें। हो सकता है आज या 200 साल बाद अपने को मसुलमान कहने वाला व्यक्ति अपने अंदर झांक कर मानवता को ढूंढें और मोहम्मद द्वारा स्थापित किये गए क्रूर इस्लाम को छोड़कर इंसानियत का धर्म धारण करें।
मैंने इस पुस्तक को खास करके मुसलमानो के लिए लिखा है। मोहम्मद एक लूटेरे गिरोह के सरदार थे। सामूहिक नरसंहार करने वाला, बच्चों के साथ यौन संबंध स्थापित करने वाले थे, अनेक महिलाओं के साथ यौन संबंध स्थापित करने वाले औरतखोर थे और काफी कुछ मोहम्मद को कहा जा सकता है लेकिन मसुलमान बिना समझे इस तरह की बातों को सिरे से ख़ारिज कर देते हैं और बिना सवाल किये इस्लाम की हर इस तरह की बकवास पर भरोसा करते हैं।”